नावां उपखण्ड मुख्यालय सहित आस-पास के गांवों एवं कस्बों में रविवार को ढोल-ताशों की मातमी धुनों के साथ ताजिए का जुलूस निकाला गया। देर शाम को ताजिए कर्बला में सैराब किए गए।

रज्जू खान ने बताया कि शनिवार की मध्यरात्रि में ताजिए का जुलूस शुरू किया गया, जो ईमाम चौक से वीर प्रताप मोहल्ला होते हुए रविवार की अलसुबह पुनः ईमाम चौक पहुंचा।


मोहर्रम के अवसर पर रविवार को दोपहर 12 बजे ताजिए का मुख्य जुलूस प्रारंभ हुआ, जो ढोल-ताशों की मातमी धुनों के साथ मुख्य बाजार, सुभाष चौक, वीर प्रताप मोहल्ला, पीपली बाजार, सेठ रोड से होते हुए पुनः मुख्य बाजार पहुंचा।
मुख्य बाजार में लाइसेंसदारों, अखाड़े के उस्तादों, अधिकारियों व अन्य गणमान्य लोगों की दस्तारबंदी की गई। देर शाम को ईदगाह के पास स्थित कर्बला में ताजिए सैराब किए गए।

जुलूस के दौरान ताजिए के नीचे से गुजरकर लोगों ने खैरो-बरकत की दुआएं मांगी। इस अवसर पर अखाड़े के उस्तादों ने लाठियां चलाने के साथ ही अन्य साहसिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।
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