कुचामन सिटी: स्मार्ट मीटरों के खिलाफ किसानों में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को चितावा में अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने विधुत विभाग कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।



इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सहायक अभियंता को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा। सभा के तहसील अध्यक्ष रेखाराम बडकेशिया ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि
“सरकार देश की सारी संपत्तियों को निजी हाथों में सौंप रही है और आमजन के साथ खुली लूट मचाई जा रही है।”
वहीं किसान सभा के जिला सचिव मोतीलाल शर्मा ने स्पष्ट किया कि,
“स्मार्ट मीटर योजना पूरी तरह जनविरोधी है। हम पूरे जिले में इसके खिलाफ जनजागरण अभियान चलाएंगे और आमजन को इसके दुष्परिणामों से अवगत कराएंगे।”

सभा में उपस्थित माकपा के तहसील सचिव हरदेवा राम अणदा, नारायण राम दहिया, रामसिंह जूसरी, खींवकरण डबरिया, कानाराम, और कामरेड अब्बास खान सहित कई अन्य वक्ताओं ने भी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि
“अजमेर विद्युत वितरण निगम ने कंपनी बनने के बाद से बिजली आपूर्ति में कोई सुधार नहीं किया, उल्टा उपभोक्ताओं को बार-बार मीटर बदलने की परेशानियों में डाला जा रहा है।”
प्रदर्शन के बाद किसानों ने विभाग के जेईएन को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया को तत्काल नहीं रोका गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से –
मोतीलाल शर्मा (जिला सचिव), कामरेड अब्बास खान, हरदेवा राम आनंद, रेखाराम बडकेशिया, कानाराम बिजरणिया, नारायण राम दहिया, भगवाना राम कड़वा, महेश पारीक, भंवरलाल बुरड़क, अर्जुन राम भिंचर, और कमल कुमार आदि शामिल रहे।
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