कुचामन सिटी. नागौर एवं डीडवाना-कुचामन मारवाड़ का पहला सैनिक स्कूल कुचामन में खुला है। जहां पहली साल ही 520 छात्रों का कक्षा 6 में प्रवेश शुरू हो सकेगा।

यह प्रवेश सैनिक स्कूल के लिए प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद होंगे। इस संदर्भ में जानकारी देते हुए टैगोर शिक्षण संस्थान ग्रुप के चेयरमैन पूरणसिंह रणवां ने बताया कि अब तक सैनिक स्कूल की तरफ से सर्वाधिक छात्र संख्या के लिए कुचामन में टैगोर साइंस रेजिडेंशियल सैनिक स्कूल का चयन किया गया है। जहां पहली साल ही 520 बच्चों का शिक्षण शुरू हो सकेगा। आगामी वर्षों में यहां कक्षा 6 से 12 तक कुल साढ़े तीन हजार विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।


रणवां ने कहा कि टैगोर ग्रुप सदैव विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और अच्छी शिक्षा के लिए जाना जाता रहा है। सैनिक स्कूल की सौगात मिलने के बाद अब हमारा दायित्व और भी अधिक बढ़ गया है। अब पूरे देश और प्रदेश के बच्चे यहां सैनिक स्कूल में अध्ययन करके सेना के उच्च पदों पर जाकर देशसेवा कर सकेंगे।
दरअसल, टैगोर ग्रुप कुचामन का सबसे बड़ा एजुकेशन इंस्टीट्यूशनल ग्रुप है, जिसमें हिंदी मीडियम और इंग्लिश मीडियम स्कूलों के साथ ही डिग्री कॉलेज, बीएड कॉलेज, होटल मैनेजमेंट सहित अन्य शिक्षण संस्थाएं संचालित हो रही हैं।

संस्था के संरक्षक के रूप में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल एसपीएस कटेवा ने सैनिक स्कूल के संचालन और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
जिसमें लेफ्टिनेट जनरल, एस. पी. एस कटेवा ने प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि यह गौरवपूर्ण उपलब्धि छात्रों के अनुशासन, शिक्षा और देशभक्ति के मूल्यों को नई उँचाइयों तक पहुँचाने का अवसर है साथ ही यह भी बताया कि यह विद्यालय अब न केवल शिक्षा का केन्द्र रहेगा बल्कि राष्ट्रसेवा के लिए भावी सैनिकों को तैयार करने का संस्थान भी बनेगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान राज्य ओपन स्कूल के सेवानिवृत्त सचिव दयाराम मेहरिया ने कहा कि शिक्षा का दायरा अब केवल पढ़ाई तक सिमट कर रह गया है। शिक्षा और पढ़ाई दोनों अलग-अलग विषय हैं। शिक्षा वह होती है जिसमें बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। विद्यार्थी को 14 विद्याओं से परिपूर्ण करना ही शिक्षण कार्य है। हालांकि अब शिक्षा में सर्वांगीण विकास की ओर भी ध्यान दिया जाने लगा है।
केवल अंकों को लक्ष्य मानकर पढ़ना शिक्षा ग्रहण करना नहीं है। शिक्षा का तात्पर्य है कि हम जो ज्ञान ग्रहण कर रहे हैं वह हमारे जीवन को सार्थक बना सकता है और हम उस ज्ञान के आधार पर एक अच्छी जीवनशैली के साथ समाजहित में कार्य कर सकें।
प्राचार्या टैगोर सैनिक स्कूल मधु शेखावत ने बताया कि यह मान्यता न केवल हमारे विद्यालय की गुणवत्ता और अनुशासन का प्रमाण है, बल्कि यह हमारे विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की ओर एक सशक्त कदम है अन्त में प्राचार्य महोदया ने आगन्तुक महानुभवों को धन्यवाद ज्ञापित कर प्रेस वार्ता का समापन किया ।
इस दौरान लेफ्टिनेट जनरल एस. पी. एस कटेवा, पूर्व सेक्रेटरी ऑपन स्कूल, राजस्थान दयाराम महरिया, टैगोर ग्रुप के चैयरमेन पूर्णसिंह रणवां, शिक्षाविद् झाबर सिंह चाहर, निदेशक टैगोर कोचिंग सुल्तान सिंह, निदेशक टैगोर कॉलेज सीताराम चौधरी, छात्रावास अधीक्षक जगदीश कुल्हरी, प्रबंधक टैगोर ग्रुप वी.डी. कासवान, प्राचार्या टैगोर सैनिक स्कूल मधु शेखावत, टिप्स निदेशक इन्द्र बिजारणियां, बी.एल. बगडिया, सुखराम रणवां, अर्जुनलाल नेहरा, बी. एल. बाजिया, सागर चौधरी, सुनील नेहरा, महेश बगडिया, एवं समस्त स्टॉफगण उपस्थित रहे।
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