
कुचामन न्यूज: शहर के एक व्यापारी से साइबर ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। राजीनामे के बाद न्यायालय ने आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया है।

यह घटना व्यापारी महेश रामचंद्रका के साथ हुई, जिनसे आरोपियों ने करीब 48 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। हालांकि पुलिस की तत्पर कार्रवाई के बाद आरोपियों ने ठगी की राशि वापस कर दी और इसके बाद राजीनामा पेश किया गया, जिसके बाद आरोपियों को जमानत मिल गई।


आरोपियों ने शहर के व्यापारी महेश रामचंद्रका को अपने जाल में फंसाया था। वे कंस्ट्रक्शन सामग्री की आपूर्ति का झांसा देकर अलग-अलग बैंक खातों में बड़ी रकम जमा करवा लेते थे। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और जल्दी ही आरोपियों को केरल से गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 48 लाख रुपये की ठगी की राशि भी बरामद की गई, जो बाद में आरोपी वंदना पी आर और श्रीजीत आर नायर के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनके परिजनों ने कुचामन पहुंच कर पुलिस के साथ मिलकर पीड़ित व्यापारी महेश रामचंद्रका को ठगी की राशि लौटा दी। इस पर महेश रामचंद्रका की ओर से राजीनामा किया गया।
महेश रामचंद्रका ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की। उनका कहना था कि पुलिस ने मामले में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की।
पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेमीचंद खारिया के मार्गदर्शन में पुलिस उपाधीक्षक अरविंद विश्नोई और थानाधिकारी सतपालसिंह के निर्देशन में पुलिस टीम ने केरल पहुंचकर आरोपियों को गिरफ्तार किया और ठगी की राशि वापस दिलवाई। इस मामले में पुलिस टीम के हेडकांस्टेबल रामदेव पूरी और गजेन्द्रसिंह की भी अहम भूमिका रही। आरोपियों को न्यायालय ने जमानत दे दी है।
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