
कुचामन न्यूज: सुहाग का पर्व गणगौर परंपरागत उत्साह और भव्यता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कुचामन फोर्ट से ईशर-गणगौर की सवारी शाही शान-ओ-शौकत के साथ निकाली गई।

सबसे पहले कुचामन गढ़ में गणगौर माता की भव्य आरती कर पूजा-अर्चना की गई। इसके बाद सवारी गाजे-बाजे, ऊंट, घोड़े और जिप्सियों के साथ शहरभर में भ्रमण के लिए रवाना हुई।


सवारी ने धान मंडी, सदर बाजार, गोल प्याऊ, बस स्टैंड और अम्बेडकर सर्किल होते हुए आथुना दरवाजा पर विश्राम लिया। यहां समाजसेवी वैद्य श्याम स्वरूप गौड़ ने ऊंट-घोड़ों और बैंड बाजे के चालकों सहित सभी का केसरिया साफा पहनाकर स्वागत किया।
महिलाओं ने की मंगल कामना
सवारी के साथ चल रहे सजे-धजे घोड़े और ऊंट राजसी वैभव की याद दिला रहे थे। मार्ग में महिलाओं और युवतियों ने पारंपरिक रूप से गणगौर के ज्वारे अर्पित कर सुख-समृद्धि, दीर्घायु और अखंड सौभाग्य की कामना की। गढ़ लौटने के बाद भी देर रात तक मेले का आकर्षण बना रहा, जो श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करता रहा।
राजसी अंदाज में शामिल हुए राजपूत समाज के लोग
शोभायात्रा में राजपूत समाज के लोगों ने ड्रेस कोड में केसरिया साफा और हाथों में तलवारें लिए मेले की शान बढ़ाई। जुलूस के दौरान 100 से ज्यादा जगहों पर पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। वहीं 55 स्थानों पर शीतल जल, शरबत और प्रसाद की व्यवस्था की गई। सवारी में मातृशक्ति की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही, जिनकी उपस्थिति ने आयोजन को और अधिक गरिमा प्रदान की।
बोलावनी शोभायात्रा 1 अप्रैल को निकलेगी
1 अप्रैल को शाम 4:30 बजे बोलावनी की शोभायात्रा कुचामन किले से रवाना होगी, जो पुराने बस स्टैंड से होते हुए पुनः 7:15 बजे कुचामन किले में लौटेगी।
शोभायात्रा को भव्य बनाने के लिए आतिशबाजी और राजसी लवाजमे की विशेष व्यवस्था की गई है। आयोजन समिति ने सभी सामाजिक संगठनों, महिला मंडलों और समाजों को शोभायात्रा में शामिल होने का निमंत्रण भेजा है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
शोभायात्रा को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने विशेष सुरक्षा व्यवस्था की थी। प्रमुख मार्गों पर पुलिस तैनात रही और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वालंटियर्स की भी सहायता ली गई। आयोजन को सफल बनाने में नगर परिषद और स्थानीय प्रशासन का भी विशेष सहयोग रहा।
कुचामन न्यूज: सभापति आसिफ खान व पूर्व पार्षद आरिफ का जताया विरोध