कुचामन न्यूज़: कुचामन शहर की सड़कों पर 20 साल से ज्यादा पुराने मॉडल की टैक्सियां मौत बनकर दौड़ रही हैं। ये गाड़ियां रोज हजारों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती हैं। लेकिन क्या यह यात्रा सुरक्षित होती है? इसकी कोई गारंटी नहीं है।
नियमों की अनदेखी और प्रशासन की लापरवाही से न केवल यात्रियों की जान जोखिम में है, बल्कि दुर्घटना की स्थिति में पीड़ितों को कोई सहायता भी नहीं मिल सकेगी।
कुचामन न्यूज : कुचामन में देर रात कार पलटने से लगी आग, एक की मौत 2 घायल
केंद्रीय मोटर वाहन नियमों की हो रही अनदेखी
केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम के तहत 20 साल से पुराने और यात्रा के लिए अनफिट वाहनों को सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं है। लेकिन कुचामन और आसपास के क्षेत्रों में ये टैक्सियां धड़ल्ले से चल रही हैं। इन वाहनों की तकनीकी स्थिति खराब है और ये हर समय दुर्घटना का कारण बन सकती हैं।
जाली फिटनेस प्रमाण पत्र
वित्तीय वर्ष 2022-23 में देशभर में सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 1.94 लाख मौतें हुईं। जिनमें से 40% मौतें अनफिट कमर्शियल वाहनों के कारण हुईं। इन दुर्घटनाओं का बड़ा कारण जाली फिटनेस प्रमाणपत्र का जारी किया जाना है। ऐसे प्रमाणपत्र अनफिट वाहनों को मिल जाते हैं। जिससे वे बिना जांच के सड़कों पर दौड़ते रहते हैं।
कुचामन न्यूज: कुचामन से चोरी हुआ डंपर पुलिस ने मेवात क्षेत्र से किया बरामद
बिना पंजीकरण और बीमा के चल रहीं टैक्सियां
अधिकांश टैक्सी संचालक अपने वाहनों का पंजीकरण RTO में नहीं करवा रहे हैं। ताकि उनकी गाड़ियों की असल स्थिति छिपी रहे। इस वजह से इन टैक्सियों का बीमा भी नहीं हो पाता। यदि कोई दुर्घटना होती है। तो न तो घायलों को इलाज के लिए मदद मिलेगी और न ही मुआवजे का कोई दावा किया जा सकेगा।
प्रशासन की लापरवाही का नतीजा
स्थानीय प्रशासन और परिवहन विभाग की अनदेखी इन टैक्सियों को बेधड़क संचालन की छूट दे रही है। हर दिन हजारों यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से न तो इन गाड़ियों की नियमित जांच की जा रही है और न ही इन्हें सड़कों से हटाने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
कुचामन न्यूज़: जवाहर नवोदय विद्यालय में एलुमनी मीट का भव्य आयोजन