कुचामनसिटी न्यूज : शहर के युवा अब क्रिकेट सट्टे और ओनलाइन गेमिंग के अलावा विदेशी वेबसाइटों की आईडी से अपने मोबाइल में ही फर्जी तरीके से कमोडिटी और शेयर मार्केट का काम भी कर रहे हैं, जिससे युवाओं के साथ ठगी भी हो रही है।
शहर के कई युवा इस दलदल मे फंसकर बर्बाद हो गए हैं। कुचामनसिटी के अलावा मकराना और लोसल के कई लोग ब्रोकर बनकर युवाओ से नकद राशि लेकर उनको आईडी दे देते है।
क्लाइंट आईडी को नियंत्रित करते हैं ठग
आईडी मिलने के बाद युवा उस निर्धारित राशि, जो उसने ब्रोकर को एडवांस में दी थी। उसी से खरीद और बेच सकता है। इस आईडी का पूरा संचालन उस वेबसाइट के पास ही रहता है, जिससे उसी आईडी में वेबसाइट ऑपरेटर फर्जीवाड़े से सौदे करते है। जिसका पूरा नुकसान आईडी वाले युवा के होता है।
दरअसल विदेशी वेबसाइटों के माध्यम से यह अवैध व्यापारिक गतिविधियाँ लगातार बढ़ रही हैं, जिससे सरकार के राजस्व को और आम लोगों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। यह गतिविधियाँ कमोडिटी, एनसीडीएक्स, शेयर बाजार और सट्टे के कारोबार से जुड़ी हुई हैं।
सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त कमोडिटी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
इन वेबसाइटों द्वारा लोगों को आईडी बांटकर उन्हें अवैध व्यापार में शामिल किया जा रहा है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) और राष्ट्रीय वस्तुओं और व्युत्पन्न आदान-प्रदान (एनसीडीईएक्स) को नियंत्रित किया जाता है।
जो कमोडिटी डेरिवेटिव के ट्रेडिंग के लिए महत्वपूर्ण मंच है। हालांकि, विदेशी वेबसाइटों द्वारा अवैध व्यापारिक गतिविधियों को रोकने के लिए और अधिक कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
सरकार लगाए अवैध एजेंसियों पर प्रतिबंध
सरकार और नियामक एजेंसियों को इस मुद्दे पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है और अवैध व्यापारिक गतिविधियों को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए।
इसके अलावा आम लोगों को भी इन अवैध गतिविधियों से सावधान रहने की आवश्यकता है। केवल विनियमित और प्रतिष्ठित प्लेटफार्मों के माध्यम से ही व्यापार करना चाहिए।