हेमंत जोशी @ कुचामनसिटी। इन दिनों भाजपा से नावां विधानसभा सीट पर सी आर चौधरी को चुनाव लड़वाए जाने की चर्चा चल रही है। इस चर्चा के बीच सी आर के बाहरी कैंडिडेट होने की भी सुगबुगाहट तेज हो गई है।
इस संदर्भ में हमने जानकारी जुटाई तो सामने आया कि भाजपा से टिकट मांगने वाले 80 फीसद नेता बाहरी ही है। जिनका वोट नावां विधानसभा में नहीं है।
जी हां, भाजपा में टिकट की दौड़ में सबसे आगे व विधायक रह चुके विजयसिंह चौधरी सहित कई नेताओं के वोट वह दूसरे विधानसभा में देते हैं। विजयसिंह का निवास स्थान उगरपुरा पंचायत में है। जो परबतसर विधानसभा में है। चौधरी अपना वोट परबतसर विधायक को ही देते हैं।
भाजपा नेत्री डॉक्टर रजनी गावड़िया ग्राम जसराना की है जो परबतसर विधानसभा में है। इनके ससुर अभी जसराना में सरपंच है। यह पंचायत भी परबतसर में है।
इसी प्रकार बाबूलाल कुमावत पलाड़ा भी परबतसर विधानसभा में है। इनका भी मूल गांव पलाड़ा है। खास बात यह है की जिस जिला परिषद की सीट से कुमावत जीतकर पार्षद बनें उस क्षेत्र की ज्यादा पंचायते परबतसर में ही है।
यदि पार्टी इन्हें टिकट देती है तो भी यह नेता और इनका परिवार इन्हें वोट नहीं दे सकेगा। यह नेता परबतसर विधानसभा के लिए ही अपना वोट दे सकेंगे।
नावां विधानसभा में महज देवीलाल दादरवाल, ज्ञानाराम रणवां व राकेश चौधरी ही नावां विधानसभा के मूल निवासी है। देवीलाल खारिया के सरपंच भी है। ज्ञानाराम रणवा चंदपुरा गांव के है। जो नई पंचायत बनी है। पहले यह गांव जीलिया में था। उस समय ज्ञानाराम रणवां के भाई ने केसाराम सरपंच रहे थे। राकेश चौधरी भी राजपुरा गांव के है जिनकी पंचायत परेवड़ी है। यह नेता और इनका परिवार यहां वोट देंगे। जो नावां विधानसभा में है।
अब बात करते है सी आर चौधरी की तो चौधरी मेड़ता क्षेत्र के है। जब यह नागौर से सांसद बने थे तो उन्होंने अपना वोट भी राजसमंद सांसद को दिया था।