अरुण जोशी @ नावां शहर। शहर के सीकर रोड स्थित बचपन एवं सेवन डेज स्मार्ट एकेडमी में नवरात्री महोत्सव के दौरान छठे नवरात्र शुक्रवार को गरबा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
इन दिनों नियमित बच्चों को मां दुर्गा के नौ स्वरूपों नौ के महत्व के बारे में बताया जा रहा हैं। बचपन स्कूल के निदेशक लक्की गौड़ ने बताया की देवी की आराधना से मानव में वीरता और निर्भयता के साथ ही सौम्यता और विनम्रता का विकास होता है। शारदीय नवरात्रि 15 अक्टुम्बर से 23 अक्टुम्बर नौ दिन तक रहेगी जिसमें प्रथम शैलपुत्री के पुजन से धन, रोजगार और स्वस्थ रहने की शक्ति मिलती है।
द्वितीय ब्रह्मचारिणी माता जो सिद्धान्त एवं नियमों पर चलने की प्रेरणा देती है और इनके बिना कोई मंजिल नहीं पाई जा सकती है। तीसरी देवी चन्द्रघटा, मन की शांति व कल्याण का अनुभव इनकी आराधना से ही प्राप्त होता है। चौथे दिन हम कुष्मांडा देवी की आराधना करते है ताकि ये मन के किसी भी भय को दूर करे। भगवान शिव व पार्वती के पहले पुत्र कार्तिकेय का एक और नाम स्कंद है उन्ही पर पाचवी माता का नाम स्कंद माता रखा गया है जो कि संचय व सृजन की क्षमता बढ़ाती है छठी माता ‘कात्यायिनी कात्यायन ऋषि की पुत्री के रूप में जन्मी थी इसी कारण उनका नाम कात्यायिनी माता रखा गया जो कि रोग, शोक संताप से मुक्त है।
काल यानी समय और रात्रि मतलब रात जो सिद्धियां रात के समय साधना से मिलती है उन सब की माता कालरात्रि है जिन्हें सातवें दिन पुजते है। मां देवी का आठवां स्वरूप ‘महागौरी गौरी यानी पार्वती माता का सबसे उत्कृष्ट स्वरूप होता है ये चरित्र की पवित्रता की प्रतीक की देवी है और अंत में बच्चों को नवीं माता सिद्धिदात्री माता जो कुशलता का प्रतीक है के महत्व के बारें में समझाया जाएगा।
नौ दिन का यह त्यौंहार माता के नौ दिन के पुजन व डांडिया / गरबा करके मनाया जाता है। इसी के चलते 20 अक्टूम्बर का गरबा महोत्सव जिसे बच्चों और बच्चों के अभिभावकों के साथ धूम-धूमधाम से बचपन प्ले स्कुल / सेवन डेज स्मार्ट एकेडमी में मनाया जाएगा। इस अवसर पर प्रिया, मधु, गितिका, संजू, जयश्री, पूनम, शिल्पी, राखी, संगीता, निक्षिता, काजल व शिल्पी सहयोग करेंगे।