पौधारोपण के लिए दिलाया संकल्प
अरुण जोशी @ नावांशहर। शहर के शारदा बाल निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय में शुक्रवार को पर्यावरण जन चेतना यात्रा के तहत संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संयोजक मदनलाल कुमावत ने बताया कि हमें प्रकृति से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। इसके दुष्परिणाम पूरे मानव समाज को भोगने पड़ते हैं। मौसम में अत्यधिक गर्मी का बढ़ना इसी का दुष्परिणाम है। उत्तराखंड में इसी कारण से पिछले वर्षों से भयंकर बाढ़ इत्यादि आ रहें हैं। पेड़ हमारे जीवन का आधार हैं। एक पेड़ को सौ पुत्रों के समान बताया गया है। प्राणी मात्र के लिए सर्वाधिक आवश्यक है आक्सीजन एवं जल। हमारी इस आवश्यकता की पूर्ति केवल पेड़ ही कर सकते हैं।
विद्यालय के निदेशक हरिओम प्रसाद शर्मा ने पीपल, तुलसी आदि के उदाहरण देते हुए बताया कि कुछ पेड़ तो ऐसे हैं कि वे हमें 24 घंटे ही आक्सीजन देते हैं। जहाँ हरियाली होती है वहाँ बादल आकर्षित होकर बारिश करते हैं और हमारी पानी की आवश्यकता की पूर्ति होती है। उन्होंने बताया कि नावां क्षेत्र में तो पेड़ लगाने की नितांत आवश्यकता है, क्योंकि यहाँ का नमक व्यापार सिर्फ़ पानी पर ही टीका हुआ है। यहाँ रात दिन बोरिंग चलाकर जमीन से पानी निकाला जाता है।
यदि बारिश से यह पानी वापस जमीन में नहीं गया तो आने वाले समय में नमक व्यापार सहित सभी को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। जमीन में रिक्तता से भूकंप जैसी घटनाएं होने की संभावना को भी नहीं नकारा जा सकता है। बच्चों को रविवार को लगाए गए 260 पौधों की रक्षा का संकल्प दिलाया। मदनलाल कुमावत ने बच्चों को पर्यावरण संबंधी प्रश्न भी पूछे, सही जवाब देने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।