हजारों लोग जुलूस के रूप में पहुंचे रेलवे स्टेशन
शहर के सभी बाजार रहे पूरी तरह बंद
अरुण जोशी @ नावांशहर। उपखंड मुख्यालय पर ट्रेनों के ठहराव व स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं के विस्तार की मांग को लेकर नावां शहर शनिवार को पूरी तरह बंद रहा। जुलूस के रूप में सभी शहरवासी आंदोलन में शामिल होने पहुंचे।
कोरोना के बाद अब एक बार फिर पूरे शहर में लोकडाउन रहा।

समाजसेवी मनोज गंगवाल का सातवे दिन अनशन जारी रहा। मनोज गंगवाल की ओर से शुक्रवार की रात से जल का भी त्याग कर दिया गया। शहर में शनिवार को पूर्णतया लॉकडाउन रखा गया। शहर के व्यापार मंडल के समर्थन से सभी दुकानें बंद रही तथा नमक रिफाइनरी एसोसिएशन के समर्थन से सभी नमक प्लांट, वाशरी व रिफाइनरी बंद रही। इसके साथ ही सभी निजी स्कूलों का अवकाश रहा।
जिससे शहर के बाजार में पूरे दिन सन्नाटा छाया रहा।
शहर में लॉकडाउन सफल रहने के साथ ही लगभग छ: से सात हजार लोगों की और से ऐतिहासिक जुलूस निकाला गया। हजारों लोग बाग के गणेश मंदिर के सामने एकत्रित हुए। जहां से देश भक्ति गानों के साथ जुलूस रवाना होकर पीपली बाजार, मुख्य बाजार, पुराना बस स्टैंड, बालिका विद्यालय चौराहा से होते हुए धरना स्थल पर पंहुचा।
मार्ग में लोगों ने तिरंगा लहराते हुए देश भक्ति नारे लगाए।
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रेल आंदोलन को सात दिवस पूर्ण होने के बाद भी रेल अधिकारियों की ओर से कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं किए जाने के कारण लोगों में काफी आक्रोश है। जुलूस के धरना स्थल पर पंहुचने के बाद महासभा का आयोजन किया गया।
जिसमे समाजसेवी मनोज गंगवाल ने संबोधित करते हुए कहा की मुझे खुशी है की शहर की जनता इस आंदोलन में हमारे साथ है। हमारी एकता से ही रेलवे विभाग को झुकाया जा सकता है। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त करते हुए अपना अनशन जारी रखने की बात कही।
हजारों की तादाद में मौजूद लोगों ने मनोज गंगवाल को नारो के माध्यम में मनोबल दिया।