थानाधिकारी की सूझबूझ आई काम, अशान्ति की स्थिति टली
छहों युवकों को रविवार को ही मिली जमानत, पुलिस ने जारी किए चरित्र प्रमाण पत्र
कुचामनसिटी। नगर परिषद् कुचामनसिटी की साधारण सभा के बाद कांग्रेसियों द्वारा सभापति आसिफ खान के जिन्दाबाद के नारों से उपजे विवाद में गिरफ्तार आरोपियों को भाजपा नेता अनिलसिंह मेड़तिया और बाबूलाल कुमावत ने जमानत दिलवाई।
क्या था मामला- नारे को राष्ट्रविरोधी बताकर प्रचारित करने पर गिरफ्तार छह युवकों को न्यायायिक अभिरक्षा में जेल भिजवाने के बाद शहर में रविवार को पूरे दिन गहमागहमी का माहौल रहा। इस सम्बन्ध में प्रात: 10 बजे पण्डित दीनदयाल स्मृति संस्थान (भाजपा कार्यालय) में बैठक आयोजित हुई। चूंकि उपखण्ड मजिस्ट्रेट कुचामनसिटी द्वारा युवकों की जमानत के लिए पुलिस उपअधीक्षक या इससे उच्च स्तर के अधिकारी का चरित्र प्रमाण पत्र मांगा गया था, लिहाजा बैठक में निर्णय लिया गया कि पुलिस उपअधीक्षक से जाकर बात की जाए।
पूर्व विधायक विजयसिंह चौधरी, जिला परिषद् सदस्य बाबुलाल कुमावत पलाड़ा, नेता प्रतिपक्ष अनिलसिंह मेड़तिया, भाजपा नेता विजेन्द्रसिंह भांवता, ज्ञानाराम रणवां, देवीलाल दादरवाल, नगर अध्यक्ष मूलचंद बागड़ा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपाइयों ने पुलिस उपअधीक्षक के निवास स्थान पहुंचकर उनसे चर्चा की। पुलिस उपअधीक्षक संजीव कटेवा ने चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने में असमर्थता जारी करते हुए कहा कि इसके लिए वे ऑनलाइन आवेदन करे। जिला पुलिस अधीक्षक से ऑनलाइन रिपोर्ट मांगने पर हम जल्द से जल्द रिपोर्ट दे देंगे। युवकों का चरित्र प्रमाण पत्र जल्द से जल्द जारी करवाने का वे हर सम्भव प्रयास करेंगे।
अधिकांश नेता वहां से अपने गन्तव्य के लिए रवाना हो गए लेकिन नेता प्रतिपक्ष अनिलसिंह मेड़तिया एवं जिला पार्षद बाबुलाल कुमावत पलाड़ा पुलिस थाना पहुंचे तथा थानाधिकारी सुरेश चौधरी से चर्चा की। मेड़तिया एवं कुमावत ने बताया कि पुलिस इस मामले में हस्तक्षेप करें, अन्यथा हमें आंदोलनात्मक कार्यवाही करनी पड़ेगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि युवकों का हाथोंहाथ चरित्र प्रमाण पत्र जारी नहीं होने तथा रविवार को ही जमानत नहीं होने पर पुलिस थाने के सामने टेंट लगाकर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। दोनों नेताओं ने इस बाबत अपने-अपने समर्थकों को संदेश भी भिजवाने शुरु कर दिए। दूसरी ओर अनुसूचित जाति के नेता गोविन्द मेघवाल सहित अन्य भी थाने आ गए तथा उन्होंने भी लोगों को बुलाने बाबत संदेश भिजवाने शुरु कर दिए। थानाधिकारी सुरेश चौधरी ने करीब दो घण्टे तक दोनों नेताओं से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों एवं प्रशासनिक उच्चाधिकारियों को मामले से वाकिफ कराया। सी.आई. चौधरी ने अतिरिक्त जिला कलक्टर श्रीमती कमला अलारिया को भी वस्तुस्थिति से अवगत कराया। लॉ एण्ड आॅर्डर की स्थिति के मद्देनजर जयपुर में होने के बावजूद अलारिया ने मामले को गम्भीरता से लिया तथा युवकों के चरित्र प्रमाण पत्र जारी करवाए। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी को भी इस बाबत निर्देशित किया। इस प्रकार रविवार के बावजूद पुलिस ने चरित्र प्रमाण पत्र एवं प्रशासन ने जमानत के कागजात तैयार कर युवकों के परिजनों को सौंपे। इसके बाद ये कागजात परबतसर जेल में पेश किये गए तथा रविवार को ही युवकों को जमानत मिल गई।
पुलिस द्वारा इस सम्बन्ध में शुक्रवार को हरीश पुत्र राजूराम जाति मेघवाल उम्र 31 साल निवासी खारिया पुलिस थाना कुचामनसिटी, महेन्द्र पुत्र अर्जुनराम जाति मेघवाल उम्र 22 साल निवासी भूणी पुलिस थाना मारोठ, सुरेन्द्र पुत्र कुम्भाराम जाति मेघवाल उम्र 23 साल निवासी केरपुरा पुलिस थाना कुचामनसिटी, विक्रम प्रसाद पुत्र बाबुलाल उम्र 27 साल जाति मेघवाल निवासी चित्तावा पुलिस थाना चित्तावा, मंजीत कुमार गांधी पुत्र दिलिप कुमार गांधी उम्र 21 साल जाति मेघवाल निवासी कुकनवाली पुलिस थाना चित्तावा तथा आकाश जैन पुत्र पवन कुमार जैन जाति जैन उम्र 31 साल निवासी बालाजी बाजार कुचामनसिटी को गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उपखण्ड मजिस्ट्रेट ने जेल भिजवाने के आदेश जारी कर दिए। थानाधिकारी सुरेश चौधरी की पहल एवं एडीएम कमला अलारिया की संवेदनशीलता से युवकों को हाथोंहाथ जमानत मिल गई तथा शहर में माहौल बिगड़ने से बच गया।